हिन्दू धर्म में चावल का बहुत महत्व है, यही वजह है कि पूजा पाठ आदि में चावल का प्रयोग किया जाता है | प्राचीन शास्त्रों में चावल को बहुत ही पवित्र माना गया है | इसकी पवित्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चावल प्रत्येक देवता को चढ़ाया जाता है और वो भी बिना किसी डर के |
कई देवताओ को कुछ विशेष चीजों को चढ़ाने पर मनाही होती है, लेकिन एक ऐसा अन्न है जिसे सभी देवता स्वीकार करते है | आज हम आपको चावल से जुडी कुछ विशेष बाते बताने जा रहे है, ऐसे में यदि आप भी पूजा पाठ में चावल का प्रयोग करते है तो इन बातो का अवश्य ध्यान रखे |
ना हो टूटे चावल
जब भी भगवान को चावल चढ़ाये इस बात का ध्यान रखे कि चावल टूटे हुए अर्थात खंडित ना हो | ऐसे चावलों को चढ़ाना वर्जित माना गया है | साथ ही ऐसे चावल चढ़ाने से भगवान भी नाराज हो जाते है और पूजा का फल नहीं मिल पाता है | इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखे कि चावल सफ़ेद होने चाहिए, पीले पड़ चुके चावल का कभी भी पूजा में प्रयोग ना करे |
रोज चढ़ाये चावल
यदि आप रोज सवेरे भगवान की पूजा करते है तो आप प्रत्येक दिन भगवान को चावल अर्पित करे, शास्त्रों के अनुसार भगवान को रोज चावल अर्पित करने से घर में अन्न की कमी नहीं आती है | इसके लिए आप पूजा के समय भगवान को चावल के चार दाने चढ़ाये लेकिन ये ध्यान रखे कि चावल के ये दाने खंडित ना हो |
चावल हो साफ़
पूजा के लिए प्रयोग किये जाने वाले चावल बिलकुल साफ़ होने चाहिए, उनमे किसी प्रकार की मिट्टी या कीड़े नहीं होने चाहिए और इस बात का भी ध्यान रखे कि पूजा के काम आने वाले चावल अलग ही रखे जाए |
शिवलिंग को अर्पित करे
आप जब भी शिवलिंग की पूजा करे तो शिवलिंग पर चावल भी चढ़ाये, और साथ ही ॐ नमः शिवाय का जाप करे, यहाँ भी ध्यान रहे कि चावल खंडित ना हो | यदि आप प्रत्येक सोमवार चावल के 4 दाने भी शिव जी को अर्पित करते है, तो इससे शीघ्र ही मनोकामना पूर्ण हो जाती है |